आरबीआई ने दो बार अपने रेपो दर में बढ़ोत्तरी की हैं, उसी के चलते सभी बैंको को अपने एफ़डी दरो में बढ़ोत्तरी करनी पढ़ी हैं। इसीलिये आरबीएल बैंक ने भी अपनी एफ़डी दरो में फिर से बढ़ोत्तरी करदी हैं।
रत्नाकर बैंक की स्थापना 06 अगस्त 1943 में मुंबई में दो शाखाओ के साथ एक regional बैंक के रूप में हुई थी।
2010 में, बैंक के नये एमडी & सीइओ विश्ववीर आहूजा बने। फिर उसके बाद बैंक का नाम बदल कर आरबीएल बैंक लिमिटेड कर दिया गया।
हाल ही के आरबीएल बैंक ने अपने सेविंग अकाउंट के व्याज दर में बदलाओ किए हैं। जो 21 October 2022 से लागू हैं।
और जो आरबीएल बैंक सबसे ज़्यादा व्याज दर दे रही हैं। बो 6.50% सालाना व्याज दर हैं लेकिन वह व्याज दर ₹25लाख से ₹7.5करोड़ के बीच रखे गये बैलेंस पर मिलेगा।
आरबीएल बैंक की नयी एफ़डी दरों के आते ही लोगों के मन में उत्साह की लहर नज़र आयी हैं। यह व्याज दर 25 नवंबर 2022 से लागू हैं।
453 से 459 दिन (15 महीने) की परिपक्व होने वाली जमाओं के लिए ब्याज दर सामान्य व्यक्तियों के लिये 7.55% और वरिष्ठ नागरिकों के लिये 8.05% सालाना व्याज दर हो गई हैं। यही व्याज दर आरबीएल बैंक एफ़डी की अत्यधिक व्याज देने बलि अवधि पर व्याज दर हैं।
36 महीने 1 दिन से 45 महीने तक की अवधि पर फ़िक्स्ड डिपोजिट व्याज दर बढ़ाकर 6.90% से 7.50% कर दी गई हैं।
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