फ़ास्टैग इलेक्ट्रॉनिक टोल कनेक्शन की एक तकनीक है.

राष्ट्रीय राजमार्ग से अपने वाहन को गुजारने के लिए सरकार द्वारा टोल टैक्स लिया जाता है,

प्रत्येक 4 पाहिया वाहन चालकों को अपने वाहन में फ़ास्टैग लगाना होता है

फास्टैग वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपका होता है। जैसे ही यह टोल प्लाजा के स्कैनर के नजदीक आता है, तुरंत ऑनलाइन भुगतान हो जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम या फास्टैग स्कीम भारत में सबसे पहले साल 2014 में शुरू की गई थी

फास्टैग टोल प्लाजा कलैक्शन के लिए एक प्रीपेड रिचार्जेबल टैग्स है, जो की वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाता है।

यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) की मदद से कार्य करता है।

फास्टैग की वैलिडिटी 5 वर्ष की होती है और इसके बाद आपको नया फास्टैग खरीदना होता है।

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