What is FASTag in hindi.(फ़ास्टैग क्या हैं।)।

Share

FASTag क्या हैं। FASTag कैसे काम करता हैं।यदि आप एक बिजनेसमैन है या फिर एक एंप्लॉय हैं जो रोज़ अपने काम के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाता है और हाईवे का इस्तेमाल करता है तो आपको हाईवे पर बीच-बीच में पढ़ने वाले टोल प्लाजा के बारे में तो पता ही होगा और कई बार टोल टैक्स कटवाने के समय पर काफी लंबी लाइन लग जाती है जिससे लोगों को काफी ज्यादा कीमती समय बर्बाद होता है और यदि आप भी इसी चीज से बचना चाहते हैं तो आज हम आपको फ़ास्टैग के बारे में सारी जानकारी देंगे और बताएंगे कि इससे आम लोग अपना समय कैसे बचा सकते हैं|

What is fastage. Fastage kaise kaam karta hain.
और आपको बता दें कि इस आर्टिकल में हम आपको यह भी बताएंगे कि आखिरकार फ़ास्टैग काम कैसे करता है और इसके इस्तेमाल से लोगों का समय किस तरह से बचेगा और उसी के साथ यदि आपके पास पहले से ही फ़ास्टैग है या आप उसे खरीदने की सोच रहे हैं तो हम आपको उन सभी बैंकों की लिस्ट भी देंगे जो फास्टैग रिचार्ज करती हैं| और यदि आप जानना चाहते हैं की फास्टैग का ऑनलाइन रिचार्ज यूपीआई के माध्यम से कैसे होता है तो वह भी हमने विस्तार से बताया है।

 

 

फास्टैग क्या है?(What is FASTag)

फ़ास्टैग इलेक्ट्रॉनिक टोल कनेक्शन की एक तकनीक है. दरअसल राष्ट्रीय राजमार्ग से अपने वाहन को गुजारने के लिए सरकार द्वारा टोल टैक्स लिया जाता है, यह टोल टैक्स वसूलने के लिए हाईवे पर जगह जगह टोल प्लाजा बनाये जानते हैं. लोगों द्वारा यहाँ पर भुगतान पहले कैश के माध्यम से किया जाता था. किन्तु फिर सरकार ने इसे ऑनलाइन कर दिया है. इसे ही फ़ास्टैग सुविधा कहते हैं।

प्रत्येक 4 पाहिया वाहन चालकों को अपने वाहन में फ़ास्टैग लगाना होता है.यह टोल मालिक से टोल भुगतान करने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक के द्वारा सीधे भुगतान कर लेता है। फास्टैग वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपका होता है। जैसे ही यह टोल प्लाजा के स्कैनर के नजदीक आता है, तुरंत ऑनलाइन भुगतान हो जाता है। ये फ़ास्टैग लगवाने के लिए उनको पहले रजिस्ट्रेशन करना होता है जिसके बाद यह उनके वाहन के लिए जारी किया जाता है. इससे टोल प्लाजा पर उन्हें कैश में भुगतान नहीं करना पड़ता यह ऑनलाइन ही ऑटोमेटिक हो जाता है.

See also  (2022) RBI Introduce about Central Bank Digital currency in hindi

 

टोल प्लाजाओं पर टोल कलेक्शन सिस्टम से होनेवाली परेशानियों का हल निकालने के लिए राष्ट्रीय हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा भारत में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू किया गया है. इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम या फास्टैग स्कीम भारत में सबसे पहले साल 2014 में शुरू की गई थी. जिसे धीरे-धीरे पूरे देश के टोल प्लाजाओं पर लागू किया जा रहा है. फास्टैग सिस्टम की मदद से आपको टोल प्लाजा में टोल टैक्स देने के दौरान होने वाली परेशानियों से निजात मिल सकेगी।

फास्टैग की मदद से आप टोल प्लाजा में बिना रूके अपना टोल प्लाजा टैक्स दें सकेंगे. आपको बस अपने वाहन पर फास्टैग लगाना होगा. आप ये टैग किसी आधिकारिक टैग जारीकर्ता या सहभागिता बैंक से खरीद सकते हैं.

 

फास्टैग कैसे काम करता है?(How FASTag works)

 

फास्टैग टोल प्लाजा कलैक्शन के लिए एक प्रीपेड रिचार्जेबल टैग्स है, जो की वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाता है। जैसा की आपको ऊपर बताया गया है, की यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) की मदद से कार्य करता है। जब आप किसी भी टोल प्लाजा को पार करते है, और आपका वाहन टोल प्लाजा के सेंसर की रेंज में आता है, तो आपका टोल प्लाजा भुगतान लिंक्ड बैंक खाते, या प्रीपेड वॉलेट से अपने आप हो जाता है।

 

जब आपके वॉलेट से पैसे ख़त्म हो जाते है, तो आपको FASTag को फिर से Recharge कराना होता है। FASTag जारी होने की तिथि से लेकर अगले 5 वर्ष तक मान्य होता है। 5 वर्ष पुरे होने पर आपको अपने वाहन की विंडस्क्रीन पर नया फास्टैग लगवाना होता है। इसके अलावा आप जो रीचार्ज अपने फास्टैग वॉलेट में करवाते है, उसकी किसी भी प्रकार की अवधि नहीं होती है, यह बैलेंस आपके खाते में हमेशा सक्रिय रहता है।

 

 

FASTag रिचार्ज कैसे करें?(How to recharge FASTag)

 

भारत में कई ऐसे लोग हैं जो फास्टेक का इस्तेमाल तो करते हैं लेकिन उन्हें उसका रिचार्ज करना नहीं आता है और यदि आप भी उनमें से हैं और यदि आप फास्टैग का रिचार्ज करना चाहते हैं तो आप उसे बड़ी आसानी से कर सकते हैं और फास्टैग रिचार्ज करने के लिए सबसे पहले आपको प्ले स्टोर से फास्टैग ऐप डाउनलोड करना होगा और आप इसकी मदद से आसानी से ऑनलाइन रिचार्ज कर सकते हैं और आपको बता दें कि यह एक आईएचएमसीएल (IHMCL) का ऑफिशल एप है जिससे आप फास्टैग रिचार्ज कर सकते हैं और इस ऐप का इस्तेमाल करके आप यूपीआई से पेमेंट कर सकते हैं और आपको इस ऐप की मदद से फास्टैग रिचार्ज कैसे करना है यह हम आपको स्टेप बाय स्टेप बताते हैं :-

See also  सेड्यूल कमर्शियल बैंक लिस्ट.( schedule Commercial bank in hindi)।

 

सबसे पहले अपने मोबाइल में फास्टैग एप को इंस्टॉल करें
ऐप ओपन करने के बाद आपको उसमें recharge via UPI का ऑप्शन मिलेगा उस पर क्लिक करें
अपने बैंक का चयन करें जिससे फास्टेक लिंक है
इसके बाद अपनी गाड़ी का नंबर डालकर जमा करें
इसके बाद आपके सामने एक बीपीए(VPA) नंबर आएगा जो आपके बैंक द्वारा बनाया गया है
फिर इसके बाद वैलिडेट(Validate) पर क्लिक करें
इसके बाद आपकी गाड़ी के नंबर को वेरीफाई किया जाएगा और वेरीफाई होने पर ग्रीन टेक आएगा
फिर फास्टैग रिचार्ज अमाउंट आएगा जो आप अपने हिसाब से डाल सकते हैं
इसके बाद Pay Now पर क्लिक करने के बाद किसी भी यूपीआई एप को सिलेक्ट करके पेमेंट कर सकते हैं

 

 

फास्टैग रिचार्ज करने वाले बैंक की सूचि(List of FASTag recharge bank)

 

फास्टैग कई बैंको से साथ जुड़ा हुआ है, जिनके ज़रिए आप फास्टैग को रीचार्ज कर सकते है। हालाकिं कुछ लोग ऐसे भी होते है जिन्हे यह नहीं पता होता की फास्टैग को रिचार्ज कैसे करते हैं , आपको बता दें, की फास्टैग में टोल टैक्सी के लिए जमा की गए राशि को फास्टैग रीचार्ज कहते है। आप अपने क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, और नेट बैंकिंग के माध्यम से फास्टैग में रीचार्ज कर सकते है।

फास्टैग में आप कम से कम  100 रूपये तक का रीचार्ज कर सकते है, इसके अलावा आप अपने प्वाइंट ऑफ सेल के अंदर आनेवाले टोल प्लाजा या एजेंसी में जाकर फास्टैग अकाउंट बनवा सकते है, या फिर फास्टैग का स्टीकर ले सकते है। जब आप अपना फास्टैग अकाउंट खुलवाते है, तो आपको कुछ निम्न दस्तावेजों की आवश्यक पड़ती है – वाहन के पंजीकरण प्रमाण पत्र (आरसी), एक पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड या फिर कोई भी ऐसी आईडी जिसपर आपके घर का पता हों। इसके अलावा फास्टैग से जुड़े कुछ लाइव बैंक मेंबर की सूची इस प्रकार है :-

 

इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank)
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ( AU Small Finance Bank)
एक्सिस बैंक (Axis Bank Ltd)
बैंक ऑफ़ बरोदा (Bank of Baroda)
बैंक ऑफ़ महाराष्ट्रा (Bank of Maharashtra)
केनरा बैंक (Canara Bank)
सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया (Central Bank of India)
सिटी यूनियन बैंक (City Union Bank Ltd)
इक्विटस स्मॉल फाइनेंस बैंक (Equitas Small Finance Bank)
फेडरल बैंक (Federal Bank)
एफ आई एन ओ पेमेंट्स बैंक (FINO Payments Bank)
एच डी एफ सी बैंक (HDFC Bank)
आई सी आई सी आई बैंक (ICICI Bank)
आई डी बी आई बैंक (IDBI Bank)
आई डी एफ सी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank)
इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank)
जम्मू एंड कश्मीर बैंक (Jammu and Kashmir Bank)
करूर व्यस्य बैंक (Karur Vysya Bank)
कोटक महिन्द्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank)
नागपुर नागरिक सहकारी बैंक (Nagpur Nagarik Sahakari Bank)
पेटीएम बैंक (PAYTM Bank)

 

See also  Financial Intimation by Shivam singh.

ये भी पढ़े- 

 

निष्कर्ष(Conclusion)

 

हमने इस आर्टिकल में फास्टैग के बारे में आपको सारी जानकारी दी है और यह भी बताया कि आखिरकार फास्टैग क्या है और इसी के साथ यह भी बताया कि आखिरकार फास्टैग काम कैसे करता है और यदि आप भी फास्टैग का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो हमने उन सभी बैंकों की लिस्ट भी बताइए जो फास्टैग रिचार्ज करती हैं और यदि आप भी अपनी गाड़ी में फास्टैग लगवाना चाहते हैं ।

तो आप आसानी से किसी भी बैंक की मदद से फास्टैग का रिचार्ज करवा सकते हैं और अपनी कार में इसका इस्तेमाल करके अपना समय बचा सकते हैं और साथ में हमने आपको यह भी बताया कि आप यदि यूपीआई से फास्ट्रेक का रिचार्ज करना चाहते हैं तो आप उसे कैसे कर सकते हैं और हमें उम्मीद है कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपकी परेशानी का हल हुआ होगा और यदि आपके कुछ और अन्य सवाल है तो हमने ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब नीचे दिए हैं आप उन्हें पढ़ कर अपनी परेशानी का हल ढूंढ सकते हैं।

ये भी पढ़े- टॉप 10 डिमैट और ट्रेडिंग खाता कौन से हैं।

 

फ़ास्टैग क्या हैं से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

 

प्रश्न- फास्टैग की वैलिडिटी कितनी होती है?

उत्तर– फास्टैग की वैलिडिटी 5 वर्ष की होती है और इसके बाद आपको नया फास्टैग खरीदना होता है।

 

प्रश्न- क्या फास्टैग रिचार्ज यूपीआई(UPI) से किया जा सकता है?

उत्तर- जी हां, आप यूपीआई की मदद से फास्टैग रिचार्ज कर सकते हैं और इसके लिए आपको प्ले स्टोर से फास्टैग ऐप डाउनलोड करना होगा और वहां पर जानकारी भरनी होगी।

 

प्रश्न- क्या मैं बिना स्टिकर के फास्टैग का उपयोग कर सकता हूं?

उत्तर– जी नहीं, यदि आप फास्टैग का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको अपनी गाड़ी के विंडस्क्रीन पर फास्टैग का स्टिकर लगवाना ही होगा अथवा आप फास्टैग का उपयोग नहीं कर पाएंगे।

4.8/5 - (6 votes)
Share
Spread the love

Leave a Comment